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अभय चौटाला और इनेलो ने हरियाणा के हितैषी नहीं : सुरजेवाला

कांग्रेस के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता रणदीप सुरजेवाला ने यहां भाजपा सरकार के संग अभय चौटाला और इनेलो पर जमकर निशाना साधा। उन्‍होंने हिसार में कांग्रेस के धरने को संबोधित किया।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 23 Jun 2017 06:23 PM (IST)Updated: Fri, 23 Jun 2017 06:23 PM (IST)
अभय चौटाला और इनेलो ने हरियाणा के हितैषी नहीं : सुरजेवाला
अभय चौटाला और इनेलो ने हरियाणा के हितैषी नहीं : सुरजेवाला

जेएनएन, हिसार। कांग्रेस के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता व पूर्व मंत्री रणदीप सुरजवाले भी किसानाें के मुद्दे को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं। वह शुक्रवार को किसानाें के मुद्दे पर कांग्रेस के धरना और प्रदर्शन में शामिल हुए। सुरजेवाला ने कहा कि अभय सिंह चौटाला और इनेलो हरियाणा के हितैषी नहीं हैं व एसवाइएल पर राजनीति कर रहे हैं। 

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उन्‍हाेंने कहा कि अभय चौटाला इनेलो नेताओं और कार्यकर्ताओं काे लेकर पंजाब एसवाइएल नहर खोदने गए थे और सड़क गोदकर आ गए। अब जनता को बेवकूफ बना रहे हैं। सब जानते हैं कि एसवाइएल नहर का पानी और 35 हजार एकड़ भूमि प्रदेश को 1976 में तत्‍तकालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी आॅवर्ड के तहत मिला था।

हिसार में किसानों के मुद्दे पर धरना देते रणदीप सुरजेवाला।

उन्‍होंने कहा कि इसके बाद 1982 में तत्‍तकालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कारण ही त्रिपक्षिय समझौते में हरियाणा को 35 लाख एकड़ भूमि पानी दिया गया। बाद में लौंगावाल समझौता के तहत इसे बढ़ाकर 38 लाख एकड़ भूमि कर दिया गया। बाद में कोर्ट में कांग्रेस सरकार ने एसवाइएल पर केस लड़ा और उसका निर्णय हरियाणा के पक्ष में आ गया है, अब केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री को पहल करते हुए हरियाणा को उसके हक का पानी देना है।

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कांग्रेस कार्यकताओं ने मध्यप्रदेश में हुई किसानों पर फायरिंग और हरियाणा में किसानों के कर्ज माफी की मांग को लेकर हिसार के लघु सचिवालय में प्रदर्शन किया और धरना दिया। कांग्रेस के किसान व मजदूर बचाओ धरना पर पहुंचे रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया।

हिसार में कांग्रेस के धरने में शामिल रणदीप सुरजेवाला।

उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि किसानों को उनकी फसल की लागत पर 50 प्रतिशत लाभ देंगे। भाजपा ने इसे अपने घोषणा पत्र में भी डाला, लेकिन प्रधानमंत्री और भाजपा अपने किए वादे से पीछे हट रही है। इसके चलते देशभर के किसान अपनी फसल लागत मूल्यों से आधे में बेचने को मजबूर है। यही कारण है कि आज देशभर मेंं भाजपा सरकार के प्रति किसानों में रोष है।

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19 उद्योगपतियों का कर्जा माफ किया तो किसानों काे कर्जमाफी क्‍यों नहीं

रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार 19 उद्योगपतियों के चार लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर सकती है तो 70 करोड़ किसानों का कर्ज माफ क्यों नहीं कर सकती। केंद्र सरकार और वित्तमंत्री अरुण जेटली कह रहे है कि किसानों के कर्ज माफ करना केंद्र नहीं प्रदेश सरकारों का काम है। उन्हें याद रखना चाहिए मनमोहन सिंह सराकर ने पिछले शासनकाल में 72 हजार करोड़ रुपये का किसान कर्ज माफ किया था। ऐसे में सरकार को किसान विरोधी होने के स्थान पर किसानों की पीड़ा को समझते हुए कर्ज माफी के लिए आगे आना चाहिए।

प्रधानमंत्री बीमा मुनाफा कंपनी

सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री बीमा योजना पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री बीमा योजना के तहत 12 कंपनियों ने किसानों से 17 हजार करोड़ रुपये प्रीमियम के लिये, लेकिन मुआवजे के रूप में महज छह हजार करोड़ रुपये किसानों को दिए। 12 कंपनियों को सरकार ने सीधे-सीधे 11 हजार करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाकर इसे प्रधानमंत्री बीमा मुनाफा कंपनी बना दिया।

कहा, पंजाब ने कर्ज माफ किया अब हरियाणा करे

रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस सरकार ने 22 लाख किसानों के कर्ज माफ कर दिए। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने 50 लाख किसानों का कर्ज माफ किया है। भाजपा शासित उत्‍तर प्रदेश और महाराष्ट्र की सरकारों ने किसानों के आंशिक कर्ज माफ किए है तो हरियाणा की मनोहरला सरकार क्यों किसानों के प्रति पत्थर दिल बनी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की चौखट तक झुकाकर उनका हक दिलवाने तक कांग्रेस संघर्ष करेगी और किसानों को उनका हक दिलवाकर रहेगी।

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