NCR के दूसरे एयरपोर्ट का नाम जेवर नहीं नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा
जेवर में एयरपोर्ट बनाने के एलान के बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने तय किया कि अब जेवर तक हाई स्पीड कनेक्टिविटी मेट्रो चलाई जाएगी।
नोएडा (जेएनएन)। ग्रेटर नोएडा समेत एनसीआर के बाशिंदों के लिए शनिवार का दिन दोहरी खुशियां लेकर आया। एक तरफ जहां जेवर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को हरी झंडी मिली, वहीं दूसरी तरफ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने तय किया कि अब जेवर तक हाई स्पीड कनेक्टिविटी मेट्रो चलाई जाएगी।
प्राधिकरण ने पहले दिल्ली के इंदिरा गांधी हवाई अड्डे तक हाई स्पीड कनेक्टिविटी मेट्रो का प्रस्ताव बनाया था, लेकिन जेवर हवाई अड्डे को मंजूरी मिलते ही इसमें तब्दीली कर दी। हाई स्पीड मेट्रो के जरिये ग्रेटर नोएडा से जेवर एयर पोर्ट महज 15-20 मिनट में पहुंचा जा सकेगा।
अभी करीब 40 किलोमीटर की इस दूरी को तय करने में निजी वाहनों से एक घंटा तक लग जाता है। अगले चरण में मेट्रो को नोएडा तक ले जाया जाएगा। इससे वहां के लोग 65 किलोमीटर की दूरी 25-30 मिनट में तय कर सकेंगे।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने तीन वर्ष पहले दिल्ली हवाई अड्डे तक हाई स्पीड मेट्रो ले जाने का प्रस्ताव बनाया था। इससे दिल्ली हवाई अड्डे की दूरी मात्र 40 मिनट में तय करने का लक्ष्य रखा गया था।
इस ट्रैक पर 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से मेट्रो चलती, जबकि सामान्य ट्रैक पर मेट्रो 90 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलती है। इस ट्रैक पर बोड़ाकी, परीचौक, बदरपुर व दिल्ली एयरपोर्ट पर ही स्टेशन बनाने का प्रस्ताव था। प्राधिकरण ने इस प्रस्ताव को अब रद कर दिया है।
जेवर एयरपोर्ट बनने के बाद इसका नाम भी बदल जाएगा। फिलहाल इसे जेवर के नाम से ही जाना जाएगा, लेकिन निर्माण पूरा होते ही इसका नाम नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट हो जाएगा।
केंद्र और प्रदेश सरकार ने निर्माण पूरा करने के लिए 2021 तक का समय निर्धारित किया है। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी मॉडल) के आधार पर इसका निर्माण ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के रूप में किया जाएगा।
करीब 15 से 20 हजार करोड़ रुपये निर्माण कार्य पर खर्च होंगे। इसकी विशेष यह होगी कि इंटरनेशनल के साथ घरेलू हवाई अड्डा भी होगा। देश के विभिन्न शहरों के लिए यहां से जहाज उड़ान भरेंगे।