अब आधार कार्ड के बिना अवैध होगी आपकी यात्रा
बगैर आधार कार्ड अब ई-टिकट का पंजीकरण नहीं होगा। इसलिए यदि आपने अभी तक अपना आधार कार्ड नहीं बनवाया है तो जल्द बनवा लें नहीं तो सफर के दौरान परेशानी हो सकती है। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) की वेबसाइट से रेल ई-टिकट खरीदने के लिए आधार नंबर
नई दिल्ली, [संतोष कुमार सिंह] । बगैर आधार कार्ड अब ई-टिकट का पंजीकरण नहीं होगा। इसलिए यदि आपने अभी तक अपना आधार कार्ड नहीं बनवाया है तो जल्द बनवा लें नहीं तो सफर के दौरान परेशानी हो सकती है।
भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) की वेबसाइट से रेल ई-टिकट खरीदने के लिए आधार नंबर देना जरूरी होने जा रहा है। बगैर इसके ई-टिकट के लिए पंजीकरण नहीं होगा। यात्रा के दौरान भी आधार कार्ड साथ रखना होगा, जिससे कि वैध यात्री की पहचान की जा सके।
रेल प्रशासन की लाख कोशिश के बावजूद टिकटों की कालाबाजारी नहीं रूक रही है। दलालों की वजह से आम यात्रियों को कंफर्म टिकट नहीं मिलता है। त्योहार तथा छुïिट्टयों के दौरान यह समस्या ज्यादा बढ़ जाती है।
इन दिनों ट्रेनों में भीड़ भाड़ का फायदा उठाकर दलाल इनसे मनमाना पैसा वसूल कर दूसरे के नाम पत्ता वाले कंफर्म टिकट देते हैं। इसके लिए दलाल यात्रियों को फर्जी पहचान पत्र भी मुहैया कराते हैं। इसलिए अब ई-टिकट बुक कराने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य करने का फैसला किया गया है।
अधिकारियों का कहना है कि चाहे पर्सनल आइडी से ई-टिकट बुक कराना हो या फिर एजेंट के माध्यम से दोनों ही स्थितियों में आधार नंबर देना जरूरी होगा। आधार नंबर देने के बाद ही उपयोगकर्ता का पंजीकरण होगा और वह ई- टिकट बुक करा सकेगा। इससे टिकट दलालों पर अंकुश लग सकेगा।
सुरक्षा के लिहाज से भी होगा महत्वपूर्ण
रेलवे द्वारा आधार नंबर को अनिवार्य करने से यात्रियों का डाटा बेस तैयार होगा। इससे यात्रियों की पूरी जानकारी रेलवे के पास रहेगी। यह सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण साबित होगा। रेल दुर्घटना या किसी अन्य हादसे के शिकार होने वाले यात्रियों की पहचान हो सकेगी।
काउंटर टिकट पर भी लागू करने की है योजना
ई-टिकट लेने वाले यात्रियों से आधार नंबर को अनिवार्य करने के साथ ही आरक्षण काउंटर से टिकट खरीदने में भी इसे अनिवार्य करने की योजना है। इसके लिए आरक्षण टिकट खरीदने के लिए भरे जाने वाले फॉर्म में बदलाव कर उïसमें आधार नंबर लिखने के लिए अलग से बॉक्स बनाया जाएके लिए जो भी पर्ची छपेगी, उसमें आधार नंबर लिखने के लिए भी निर्देश होगा।
टिकट दलाली रोकने के लिए उठाए गए अन्य कदम
- एक अप्रैल से आरक्षित टिकट लेने की समय सीमा दो माह से बढ़ाकर चार माह किया गया है।
- ई-टिकट बुक कराने वाले एजेंटों पर नकेल कसने के लिए सुबह आठ से दोपहर 12 बजे तक एक यूजर लॉग-इन सत्र के दौरान केवल एक टिकट बुक करने की व्यवस्था की गई है।
- दूसरा टिकट बुक करने के लिए यात्री को लॉग-आउट कर फिर से प्रयास करना होगा। यह प्रतिबंध केवल वारंट से के जरिए टिकट बुकिंग करने वाले सैनिकों को छोड़कर आइआरसीटीसी एजेंटों समेत सभी पर लागू होता है। हालांकि, आगे की यात्रा या वापसी टिकटों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होता है।
- इसी तरह से सुबह दस आठ से दस बजे के बीच एक यूजर आइडी से सिर्फ दो टिकट तथा तत्काल का भी सिर्फ दो टिकट बुक हो सकता है। ई टिकट बुक कराने के लिए वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) की भी प्रावधन किया गया है। इसी कड़ी में अब आधार कार्ड को अनिवार्य किया जा रहा है।