एमबीबीएस में दाखिले के नाम पर करते थे ठगी
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : देश भर के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर ठगी क
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : देश भर के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का क्राइम ब्रांच ने पदार्फाश किया है। पुलिस ने सरगना को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। गिरोह में शामिल सभी सदस्य डॉक्टर, इंजीनिय¨रग और अन्य मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स हैं।
संयुक्त आयुक्त रविंद्र यादव के मुताबिक, गिरफ्तार सरगना का नाम संदीप कुमार गुप्ता (30) है। वह मूलरूप से वाराणसी के असवारी गांव का रहने वाला है। वह गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) के वसुंधरा सेक्टर-10 में रहता था। पुलिस का दावा है कि वह कई राज्यों के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर छात्रों के अभिभावकों से करोड़ों रुपये ठग चुका है। सूचना मिलने पर डीसीपी भीष्म सिंह, एसीपी केपीएस मल्होत्रा, इंस्पेक्टर पीसी यादव और संदीप कुमार गुप्ता की टीम ने संदीप को गाजियाबाद से दबोच लिया।
संदीप ने मोती नगर निवासी अरविंद तिवारी को फोन पर बताया था कि यदि वह अपनी बेटी का दाखिला आगरा मेडिकल कॉलेज में सरकारी रिजर्व कोटे के तहत कराना चाहते हैं तो उन्हें 15 लाख रुपये देने होंगे। अरविंद से उसने 15 लाख रुपये ले लिए, लेकिन दाखिला नहीं करवा पाया। पैसे मांगने पर जब टालमटोल करना शुरू किया तो उन्होंने संदीप के खिलाफ मोती नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया। संदीप ने पश्चिम विहार निवासी विनोद मगोत्रा के बेटे का बेंगलुरु स्थित पीआरएमसीएच मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर 30 लाख रुपये लिए थे। विनोद ने संदीप के खिलाफ बेंगलुरु के कागलीपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
संदीप एमसीए ड्रॉप आउट है। उसके गिरोह में शामिल सदस्यों के नाम अभिषेक पटेल उर्फ वरुण केलकर (बीटेक), अमित सिन्हा (बीटेक, बिहार), पंकज (मिर्जापुर), भाष्कर (बीएएमएस, जौनपुर), इमरान खान (एमबीए, वाराणसी), वीरेंद्र कुमार (एमबीए, रांची) और अशोक रावत उर्फ भूंटी (मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश) हैं।
सात लोगों से करोड़ों की ठगी
पुलिस अधिकारी का कहना है कि संदीप पहले भी इस तरह के आरोप में उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गिरफ्तार हो चुका है। गिरोह बीकानेर के म¨हद्र से 20 लाख, हरियाणा के जींद के अंशू लाथेर से 1.27 लाख, मुंबई के हरीश गुप्ता से 20 लाख, असम के सोपोनू ज्योति शर्मा से 8 लाख और रेवाड़ी के किशन पाल से 4 लाख रुपये की ठगी कर चुका है। 7 छात्रों के अभिभावकों से एक करोड़ ठगी करने का पता लग चुका है।
हैसियत देखकर मांगते थे पैसे
संदीप और उसके गिरोह के सदस्य मेडिकल कॉलेजों के कर्मियों की मिलीभगत से ऐसे छात्र-छात्राओं के बारे में जानकारी हासिल कर लेते हैं जो एकेडमिक सेशन में लिखित परीक्षा पास नहीं कर पाते थे। उसके बाद वे लोग उनके अभिभावकों को फोन कर उनकी हैसियत के मुताबिक मैनेजमेंट और अन्य कोटे के तहत दाखिला दिलाने की बात कहकर पैसे की मांग करते थे।