एशेज में कप्तानों की भी होगी जंग, काफी कुछ होगा दांव पर
बुधवार से कार्डिफ में एशेज सीरीज के पहले टेस्ट के साथ इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का आगाज हो जाएगा। यूं तो हमेशा की तरह इस सीरीज में काफी कुछ फैंस की नजरों में होगा, वहीं, दोनों टीम के कप्तानों के लिए भी काफी कुछ दांव पर रहेगा।
लंदन। बुधवार से कार्डिफ में एशेज सीरीज के पहले टेस्ट के साथ इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का आगाज हो जाएगा। यूं तो हमेशा की तरह इस सीरीज में काफी कुछ फैंस की नजरों में होगा, वहीं, दोनों टीम के कप्तानों के लिए भी काफी कुछ दांव पर रहेगा।
- कुक के सामने कई चुनौतियांः
इंग्लैंड के कप्तान एलेस्टर कुक के लिए ये एशेज सीरीज काफी मायने रखेगी। अगर वे सीरीज जीते तो कई संघर्षपूर्ण सालों के बाद इंग्लिश कप्तान को राहत मिल सकेगी। उन संघर्षपूर्ण सालों में 2013/14 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज में मिली 5-0 से करारी हार भी शामिल है। इसके अलावा केविन पीटरसन के साथ विवाद और बाद में पीटरसन का टीम से बाहर होना, यही नहीं, कुक का अपना फॉर्म भी चिंता का विषय रहा जिसे उन्होंने विंडीज के खिलाफ एक शतक और न्यूजीलैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में जड़े गए शतक के जरिए सुधारने का प्रयास किया। नए कोच ट्रेवर बेलिस के आने के बाद कप्तान के तौर पर कुक की ये पहली एशेज सीरीज होगी, ऐसे में उनके सामने नए कोच के तौर-तरीकों के साथ काम करने की भी चुनौती होगी।
- पहली बार इंग्लैंड में एशेज जीतना चाहेंगे क्लार्कः
उधर दूसरी तरफ होंगे ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज कप्तान माइकल क्लार्क। इस कप्तान के शानदार करियर में अब भी एक चीज की कमी है और वो है इंग्लैंड में एशेज जीत हासिल करना। इससे पहले उनकी मौजूदगी में तीन बार ऑस्ट्रेलिया को इंग्लैंड में एशेज सीरीज गंवानी पड़ी है। पूर्व कोच मिकी आर्थर के टीम से अलग होने और फिर डेरेन लैहमेन के नए कोच बनने के बाद से टीम में काफी एकजुटता आई है और क्लार्क के लिए ये एक सकारात्मक पहलु है।