झारखंड नहीं कर सका धौनी की लोकप्रियता का इस्तेमाल
भारतीय वनडे टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की लोकप्रियता का पूरा इस्तेमाल झारखंड में आज तक नहीं हुआ है और यह दर्द उन्हें साल रहा है। माही सरकार के साथ मिलकर काफी कुछ करने का इरादा रखते हैं, लेकिन अफसोस वह राज्य में सिर्फ पोस्टर ब्वॉय बनकर रह गए
रांची।भारतीय वनडे टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की लोकप्रियता का पूरा इस्तेमाल झारखंड में आज तक नहीं हुआ है और यह दर्द उन्हें साल रहा है। माही सरकार के साथ मिलकर काफी कुछ करने का इरादा रखते हैं, लेकिन अफसोस वह राज्य में सिर्फ पोस्टर ब्वॉय बनकर रह गए हैं। यह हाल तब है जब ब्रांड एंबेसडर बनाने के लिए कंपनियां माही को करोड़ों रुपये देने को तैयार रहती हैं, जबकि झारखंड में वह अपनी सेवा मुफ्त में दे रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में माही के उदय के साथ ही प्रदेश की सरकार ने उनकी लोकप्रियता भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मधु कोड़ा से लेकर अर्जुन मुंडा की सरकार तक माही को कई विभागों का दूत (ब्रांड एंबेसडर) बनाया गया। लेकिन एक बार ब्रांड एंबेसडर घोषित किए जाने के बाद उनका सरकार ने सही से उपयोग नहीं किया।
धौनी के पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि माही चाहते हैं कि वह जिस अभियान से जुड़े हैं उसके लिए सरकार कोई योजना बनाए ताकि उस पर काम किया जाए। लेकिन इस दिशा में कोई पहल नहीं होने से ही वह दुखी हैं। पिछले दिनों पेयजल व स्वच्छता विभाग ने माही को ब्रांड एंबेसडर बनाने का निर्णय लिया। इसके लिए विभाग के एक अधिकारी ने धौनी से संपर्क भी साधा, लेकिन कैप्टन कूल ने अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है।