हालात से तालमेल के लिए अभ्यास मैच बेहद जरूरी
पाकिस्तान ने जिस ढंग से श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट सीरीज में वापसी की और उसके बाद वनडे सीरीज व टी-20 में शानदार प्रदर्शन किया, उससे यह साफ हो गया कि एक टीम धीमी शुरुआत के बाद भी अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। विदेशी दौरे पर पहला टेस्ट इसलिए भी
(गावस्कर का कॉलम)
पाकिस्तान ने जिस ढंग से श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट सीरीज में वापसी की और उसके बाद वनडे सीरीज व टी-20 में शानदार प्रदर्शन किया, उससे यह साफ हो गया कि एक टीम धीमी शुरुआत के बाद भी अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। विदेशी दौरे पर पहला टेस्ट इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि इन दिनों कार्यक्रम की वजह से वहां की परिस्थितियों और पिच से तालमेल बैठाना लगभग असंभव हो जाता है। इसलिए अहम बात यह है कि आपको पहला टेस्ट मैच नहीं हारना है, अगर ऐसा होता है, तो शुरुआत से ही बैकफुट पर आ जाएंगे। जब तक दूसरा टेस्ट शुरू होता है, तो बॉडी क्लॉक मौजूदा परिस्थितियों के अनुसार ढल जाती है। वहां के मौसम और पिच को आप अच्छे ढंग से पहचान लेते हैं और इसलिए प्रदर्शन में भी सुधार आता है।
टेस्ट सीरीज की शुरुआत से पहले और अन्य टेस्ट मैचों के बीच में कोई अभ्यास मैच नहीं होने की वजह से भी फॉर्म में नहीं चल रहे खिलाड़ी को परेशानी होती है। इसके अलावा रिजर्व खिलाडिय़ों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नहीं मिल पाता। अगर किसी आउट ऑफ फॉर्म खिलाड़ी को ड्रॉप भी किया जाता है, तो उसकी जगह आए खिलाड़ी को भी मैच अभ्यास की कमी खलती है। इसलिए दूसरे और तीसरे टेस्ट के बीच एक हफ्ते के अंतराल के बीच अभ्यास मैच होना चाहिए। भले ही विपक्षी टीम कमजोर हो, लेकिन अगर आप विकेट हासिल करेंगे या रन बनाएंगे तो आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
दक्षिण अफ्रीकी टीम के भारतीय दौरे का कार्यक्रम भारतीय खिलाडिय़ों के हिसाब से काफी सोच समझ कर बनाया गया है। खिलाडिय़ों को दीपावली पर दो दिन की छुट्टी मिल जाएगी और वे अपने परिवार केसाथ त्योहार मना सकेंगे। इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के लिए क्रिसमस बहुत बड़ा त्योहार है और सभी के कार्यक्रम में यह तय रहता है कि खिलाडिय़ों को यह दिन अपने परिवार के साथ बिताने का मौका मिले। इसलिए यह देखकर अच्छा लगा कि भारतीय खिलाडिय़ों को भी दीपावली पर छुट्टी मिलेगा।