Move to Jagran APP

ट्रैवल इंश्योरेंस क्यों है जरूरी, जाने इससे जुड़ी हर अहम बात

जानिए क्या होता है ट्रैवल इंश्योरेंस और इसके लिए कितना कवर लेना चाहिए

By Praveen DwivediEdited By: Published: Thu, 20 Apr 2017 05:04 PM (IST)Updated: Thu, 20 Apr 2017 05:09 PM (IST)
ट्रैवल इंश्योरेंस क्यों है जरूरी, जाने इससे जुड़ी हर अहम बात
ट्रैवल इंश्योरेंस क्यों है जरूरी, जाने इससे जुड़ी हर अहम बात

नई दिल्ली (जेएनएन)। गर्मियों की छुट्टियां आते ही हर कोई घूमने की प्लानिंग करने लग जाता है। प्लानिंग देश के भीतर घूमने की हो या फिर देश के बाहर आपको तमाम छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखने की जरूरत होती है। अक्सर देखा जाता है कि ट्रेन छूट जाना, फ्लाइट मिस हो जाना या कैंसिल हो जाना और सामान कहीं खो जाना ऐसी परेशानियां हैं जिनसे लोगों को दो-चार होना पड़ जाता है। ये हमारे सफर का सारा मजा किरकिरा कर देती हैं। हालांकि अगर इस दौरान थोड़ी सावधानी बरतें तो आपका सफर खुशनुमा हो सकता है। ट्रैवल इंश्योरेंस इसका बेहतर उपाय है। यह आपका विशेष ख्याल रखता है। हम अपनी खबर में आपको ट्रैवल इंश्योरेंस के बारे में बताने की कोशिश करेंगे।

loksabha election banner

क्या होता है ट्रैवल इंश्योरेंस:
ट्रैवल इंश्योरेंस एक विशेष प्रकार का इंश्योरेंस होता है, जो कि यात्रा के दौरान (देश के भीतर या बाहर), मेडिकल खर्चों, ट्रिप कैंसिल होने, सामान खोने, फ्लाइट के दुर्घटनाग्रस्त होने या अन्य नुकसान की सूरत में आपको सुरक्षा प्रदान करता है। ऐसे में यात्रा के दौरान आने वाली तमाम परेशानियों से बचने के लिए ट्रैवल इंश्योरेंस एक बेहतर विकल्प है। यह न सिर्फ आपको सफर में आने वाली तमाम मुसीबतों से बचाता है, बल्कि यह रास्ते में होने वाली समस्या से हुए नुकसान की भरपाई भी करता है।

आपको ट्रैवल इंश्योरेंस की जरूरत है?
अगर आप यूरोपीय देशों या अन्य किसी खास देश में छुट्टियां बिताने जा रहे हैं, तो आपके लिए ट्रैवल इंश्योरेंस लेना जरूरी है। शॉर्ट डोमेस्टिक ट्रिप में इस तरह के कवर की जरूरत नहीं होती है, लेकिन अगर आप लंबे टूर पर जा रहे हैं, तो चोरी और ट्रिप कैंसलेशन का कवर ले सकते हैं।

अगर आपके मौजूदा मेडिकल इंश्योरेंस में विदेश में भी इलाज का कवर है, होम इंश्योरेंस में ट्रैवलिंग के दौरान आपके सामान का बीमा है और आपके पास पर्सनल एक्सिडेंटल कवर है, तो आपको ट्रैवल इंश्योरेंस लेने की जरूरत नहीं है। लेकिन अगर आपके पास ये सभी इंश्योरेंस नहीं हैं, तो ट्रैवल इंश्योरेंस लें।

कितना कवर लेना चाहिए?
जानकारों की मानें तो यह आपकी ट्रैवल कॉस्ट का 4-8 फीसद होना चाहिए। इंश्योरेंस कंपनियां आमतौर पर कई कैटेगरी के तहत फिक्स्ड ऑप्शन देती हैं। इसकी रेंज 15,000-5,0000 डॉलर तक होती है, जो यात्रा की अवधि, बेनेफिट्स और ट्रैवल से जुड़े एरिया पर निर्भर करती है।

कब करना चाहिए आवेदन:
ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी की अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन मौजूदा ट्रैवल पॉलिसी की कवरेज समाप्त होने से पहले किया जाना चाहिए। मौजूदा पॉलिसी की अवधि समाप्त होने से 7-10 दिन पहले एक्सटेंशन करवाना बेहतर रहता है। इतना ही नहीं पॉलिसीहोल्डर इसे यात्रा के दौरान भी एक्सटेंड करा सकता है। इसके लिए उसे केवल इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत होगी, बस।

क्या हैं फायदे:

• फ्लाइट डिले होने या कैंसिल होने से अगर आपकी यात्रा में देरी होती है तो ट्रैवल इंश्योरेंस आपके लिए मददगार साबित होता है। इस देरी के कारण इस दौरान होने वाले खर्च जैसे की खाना-पीना या होटल में रुकने का खर्चा भी कवर होता है।
• यात्रा के दौरान अगर आपका सामान खो जाता है या चोरी हो जाता है, तब भी इंश्योरेंस इसे कवर करने में मददगार होगा है। बैग खोना भी इसमें शामिल होता है।
• यात्रा के दौरान अगर किसी की आकस्मिक मृत्यु हो जाती है तो उस स्थिति में भी ट्रैवल इंश्योरेंस के पालिसी में तय कवरेज के हिसाब से आपके परिजनों को मदद मिलेगी।
• यात्रा के दौरान कोई सदस्य अगर बीमार हो जाता है, या किसी का एक्सीडेंट हो जाता है तब हास्पिटल का सारा खर्चा ट्रैवल इंश्योरेंस के कवर में आता है।

ट्रैवल इंश्योरेंस के प्रकार:

डोमेस्टिक ट्रेवल इंश्योरेंस: डोमेस्टिक ट्रेवल इंश्योरेंस अपने कस्टमर को यात्रा के दौरान किसी भी तरह की इमरजेंसी जैसे दुर्घटना, सामान खो जाना या फिर मृत्यु हो जाने पर आर्थिक सहायता प्रदान करता है।

अंतरराष्ट्रीय यात्रा बीमा: यह बीमा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुविधा प्रदान करता है जैसे विदेश यात्रा के समय आपका पासपोर्ट या अन्य डॉक्यूमेंट खो जाए, आपका प्लेन हाइजेक हो जाए, या ट्रेवल के समय किसी अन्य तरह की परेशानी पेश आए या फिर यात्रा के समय दुर्घटना होने पर विदेश में चिकित्सा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करता है।

कॉर्पोरेट ट्रेवल इंश्योरेंस: इसके अंतर्गत उन कर्मचारियों को कवरेज मिलता है जो कर्मचारी घरेलू यात्रा या फिर विदेश यात्रा पर जाते है।

छात्र यात्रा बीमा: इस बीमा के अंतर्गत उन छात्रों को लाभ मिलता है जो उच्च शिक्षा पाने के लिए विदेश जाते है ये पालिसी उन छात्रों को कवरेज देती है जो विदेश में प्रॉफेशनल कोर्स करते है। इसके साथ ही यह छात्रों को मेडिकल कवरेज,पासपोर्ट खो जाने पर भी मदद करता है।

वरिष्ठ नागरिक यात्रा बीमा: वरिष्ठ नागरिक यात्रा बीमा के अंतर्गत 61 साल से लेकर 70 साल तक के लोग आते है जो इस यात्रा बीमा का लाभ प्राप्त करते है। इस यात्रा बीमा का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ लोगों की यात्रा को खुशनुमा बनाना होता है, जिसमे मेडिकल ट्रीटमेंट और कैशलेस हॉस्पिटल की सुविधा होती है।

परिवार यात्रा बीमा: परिवार यात्रा बीमा में पूरे परिवार का बीमा होता है इसमें यात्रा के समय किसी भी तरह की इमरजेंसी पड़ने पर सुविधा मिलती है पूरे परिवार को यात्रा के समय किसी भी परेशानी में आर्थिक मदद मिलती है।

यह भी पढ़ें: लाइफ इंश्योरेंस और पर्सनल एक्सीडेंटल इंश्योरेंस में क्या है अंतर जानिए 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.