FY18 Q1 Result: विप्रो का नेट प्रॉफिट 1.2 फीसद बढ़ा,11,000 करोड़ रुपए के शेयर बायबैक को दी मंजूरी
चालू वित्त वर्ष में पहली तिमाही में मुनाफा दर्ज करने के साथ ही कंपनी ने शेयर बायबैक की घोषणा भी की है
नई दिल्ली (पीटीआई)। देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी फर्म विप्रो ने 1.2 फीसद का मुनाफा दर्ज कराया है। इसी के साथ कंपनी का अप्रैल से जून तिमाही के दौरान कंसालिडेटेड नेट प्रॉफिट 2,076.7 करोड़ रुपए का रहा। इसके अलावा कंपनी बोर्ड ने बायबैक पर 11,000 करोड़ रुपए खर्च करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है। कंपनी ने 34.3 करोड़ शेयरों के बायबैक की मंजूरी दी है, जिसमें प्रति शेयर की कीमत 320 रुपए रखी गई है।
आपको बता दें कि बैंगलुरु बेस्ड कंपनी ने एक साल पहले समान अवधि में 2,052 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान कंपनी की कुल आय मार्जिनली बढ़कर 14,281.4 करोड़ रुपए के स्तर तक पहुंच गई। विप्रो जो कि आईटी सेवाओं के जरिए सबसे ज्यादा लाभ कमाती है उसने कहा कि उसे सितंबर तिमाही के दौरान बिजनेस के जरिए 1,962-2,001 मिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है। जून तिमाही के लिए आईटी सर्विस का रेवेन्यू 1971.1 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा है, जो कि बीते वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 2.1 फीसद ज्यादा रहा है।
FY 18 में भारतीय आईटी उद्योग की संभावनाओं पर प्रेमजी आशावादी
विप्रो के अध्यक्ष अजीम प्रेमजी वैश्विक आर्थिक अस्थिरता के बावजूद चालू वित्त वर्ष के लिए भारतीय आईटी उद्योग की संभावनाओं को लेकर आशावादी हैं, क्योंकि डिजिटल टेक्नोलॉजी के लिए सेक्टर की मांग लगातार बढ़ रही है। विप्रो की 71 वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए प्रेमजी ने कहा, “अगर आगे की बात करें तो हम एक अस्थिर आर्थिक पर्यावरण को देख रहे हैं लेकिन मुख्य देशों के लिए निर्यात की हमारी आर्थिक संभावनाएं थोड़ी बेहतर हैं।”