Paytm मॉल ने गड़बड़ियां रोकने को उठाया बड़ा कदम, 85,000 से अधिक सेलर्स को किया डीलिस्ट
पेटीएम मॉल ने गड़बड़ियां रोकने के लिए 85,000 से अधिक सेलर्स को डीलिस्ट कर दिया है
नई दिल्ली (जेएनएन)। पेटीएम के ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म पेटीएम मॉल पर गड़बड़ियां रोकने को एक बड़ा कदम उठाया है। दरअसल कंपनी ने सेलर्स की लिस्टिंग के लिए नॉर्म्स में बदलाव करने की योजना बनाई है ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी करने वाले सेलर्स के यूजर्स को बचाया जा सके।
गौरतलब है कि कंपनी ने यह कदम वस्तु एवं सेवा कर (GST) लागू होने के 15 दिन बाद उठाया है। हालांकि कंपनी का कहना है कि कंपन के प्लेटफॉर्म से सेलर्स को डीलिस्ट करने का जीएसटी से कोई लेना-देना नहीं है।
क्या होगा बदलाव: जानकारी के लिए बता दें कि पेटीएम ई-कॉमर्स प्राइवेट लिमिटेड की इस कंपनी ने सेलर्स के लिए ब्रैंड ऑथराइजेशन लेटर देना अनिवार्य कर दिया है। पेटीएम मॉल ने ऐसे 85,000 से अधिक सेलर्स को डीलिस्ट कर दिया है, जिनके प्रॉडक्ट्स क्वॉलिटी स्टैंडर्ड्स का पालन नहीं करते थे।
सेलर्स के लिए बढ़ेंगी मुश्किलें: पेटीएम मॉल के क्वॉलिटी और सर्विस ऑडिट के तहत प्लैटफॉर्म पर अब अपने प्रॉडक्ट्स की लिस्टिंग के लिए सेलर्स को रजिस्ट्रेशन नंबर, स्टोर की लोकेशन और GSTIN की जानकारी हर हाल में देनी होगी।
Paytm ने अपने 800 स्टाफ को Paytm मॉल भेजा
पेटीएम ने One97 कम्युनिकेशंस से 800 से ज्यादा कर्मचारियों को अपनी नई इकाई पेटीएम ई-कॉमर्स प्राइवेट लिमिटेड में स्थानांतरित कर दिया है, जो ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफार्म पेटीम मॉल का संचालन करता है। कंपनी का यह फैसला उसके ईकॉमर्स बिजनेस की पर्सनल स्ट्रेंथ को और मजबूती देगा।
पेटीएम ने अपने ई-कॉमर्स व्यापार को इस वर्ष की शुरुआत में ही एक अलग इकाई बना दिया था। मौजूदा समय में पेटीएम का टोटल टीम साइज 5,000 लोगों का है, जिसमें हाल ही में लॉन्च किया गया पेटीएम पेमेंट बैंक भी शामिल है। पेटीएम मॉल इस साल विशेष तौर अपनी नई इकाई के लिए 2,000 नए कर्मचारियों की भर्ती की योजना बना रहा है।