डिजिटल उड़ान: हवाई सफर से लिए सिर्फ मोबाइल फोन और आधार कार्ड ही होगा काफी
सरकार जल्द ही हवाई सफर को पूरी तरह से डिजिटल बनाने का विचार कर रही है।
नई दिल्ली (पीटीआई)। जल्द ही हवाई सफर से लिए सिर्फ मोबाइल फोन और आधार कार्ड रखना ही काफी होगा। दरअसल सरकार यह प्रयास कागजी कामकाज को पूरा तरह से खत्म करने के इरादे से करने जा रही है। सरकार इसके मद्देनजर एयरपोर्ट पर एंट्री और हवाई सफर के लिए डिजिटल सिस्टम लागू करने पर विचार कर रही है। 'डिजि यात्रा' के तहत नागरिक उड्डयन मंत्रालय बोर्डिंग पास और सिक्यॉरिटी जांच को डिजिटल बनाने की कोशिश में है।
नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने बताया कि मंत्रालय की कोशिश है कि हवाई सफर की पूरी प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल हो जाए। उन्होंने कहा, “आपका पेमेंट डिजिटल हो। बोर्डिंग और सिक्यॉरिटी व्यवस्था डिजिटल हो। यही डिजि यात्रा का विचार है और हम इस पर काम कर रहे हैं। इस पहल के तहत किसी पेपर की जरूरत नहीं होगी। यात्री की पहचान आधार नंबर या पासपोर्ट के जरिए हो जाएगी। हमने एक वर्किंग ग्रुप बनाया है। हमें उम्मीद है कि कुछ चीजों को अगले कुछ महीनों में लागू कर पाएंगे।”
सीआईआई के एक कार्यक्रम के इतर सिन्हा ने बताया, “पूरी प्रक्रिया डिजिटल होगी ताकि आपको पेपर की जरूरत ना पड़े। आप एयरपोर्ट तक कार बुक करेंगे, एयरपोर्ट के भीतर जाएंगे, डिजिटल बोर्डिंग पास लेंगे, फ्लाइट में सवार होंगे और फिर उतरने के बाद कार बुक कर लेंगे, सबकुछ आप अपने मोबाइल से कर सकते हैं।”
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