HDFC बैंक ने तीन महीने में 6,000 लोगों को नौकरी से निकाला, आगे भी छटनी की संभावना
मार्च तिमाही के दौरान HDFC बैंक ने 6,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है।
नई दिल्ली (पीटीआई)। लगातार दूसरी तिमाही में एचडीएफसी बैंक के कर्मचारियों की संख्या में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। मार्च तिमाही के दौरान बढ़ते डिजिटलीकरण के कारण बैंक कर्मचारियों की संख्या 6,000 कम होकर 84,325 हो गई है और इसमें आगे भी इजाफा होने की उम्मीद है।
निजी क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक के वरिष्ठ प्रबंधन ने संकेत दिया है कि कर्मचारियों की संख्या में यह गिरावट जारी रहेगी। उप प्रबंध निदेशक परेश सुकथनकर ने बताया, “यह वास्तव में किसी एक प्रणाली को खत्म करने जैसा है..... डिजिटल साइड पर क्या हो रहा है। हम मानते हैं कि बढ़ते हुए डिजिटलीकरण के साथ, ही लेनदेन की कुछ लाइनें जैसे काउंटर आदि की संख्या वास्तव में कम हो जाती हैं।”
जनवरी से मार्च 2017 की अवधि के दौरान बैंक के कर्मचारियों की कुल संख्या में 6,096 की की कमी आई है, जिसके बाद यह 90,421 से 84,325 हो गई है। यह एक प्रमुख कारक था जिसके कारण कंपनी का कॉस्ट टू इनकम रेश्यो 42.4 फीसद के स्तर पर पहुंच गया था जो कि बीते साल 44.9 फीसद रहा था। पूर्ववर्ती अक्टूबर-दिसंबर 2016 तिमाही में कर्मचारियों की संख्या में 4,581 की कमी आई थी जिसकी मदद से कॉस्ट टू इनकम रेश्यो को 43.8 के स्तर पर लाने में मदद मिली थी।
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