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मंदिर-मस्जिद में नहीं, गरीबों में बसते हैं भगवान : लालू

लालू यादव ने सीतामढ़ी के बगाही धाम में चल रहे महायज्ञ में कहा कि भगवान मंदिर, मस्जिद और गुरूद्वारे में नहीं, बल्कि गरीबों में बसते हैं।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Sun, 19 Feb 2017 03:01 PM (IST)Updated: Sun, 19 Feb 2017 11:25 PM (IST)
मंदिर-मस्जिद में नहीं, गरीबों में बसते हैं भगवान : लालू
मंदिर-मस्जिद में नहीं, गरीबों में बसते हैं भगवान : लालू

सीतामढ़ी [जेएनएन]। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि भगवान मंदिर-मस्जिद या गुरुद्वारे में नहीं, गरीबों में बसते हैं। ब्रह्मïलीन तपस्वी बाबा नारायण दास सभी धर्मों के लोगों को साथ लेकर चलते थे। वे खुद गरीब थे और जीवनभर गरीबों की सेवा करते रहे। लालू ने कहा कि वे किसी यज्ञ में नहीं जाते हैं, क्योंकि वहां आडंबर होता है। लेकिन, बगही धाम गरीबों की सेवा व विश्व शांति की कामना के लिए यज्ञ हो रहा है। इसलिए यहां आए हैं।

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लालू शनिवार को बगही धाम में चल रहे सीताराम नाम जप महायज्ञ के पास स्थित मंच से बोल रहे थे। इससे पूर्व ब्रह्मïलीन तपस्वी नारायण दास जी महाराज की प्रतिमा का अनवारण कर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि बगही धाम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए पर्यटन मंत्री से बात करेंगे।
लालू के भाषण में एक साथ कई रंग दिखे। कभी वे धार्मिक सद्भाव का संदेश देते नजर आए तो कभी यादव वोट बैंक पर डोरे डालते दिखे। पीएम मोदी व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की आलोचना हुई तो यूपी चुनाव की चर्चा भी।

गरीबों की सेवा से खुश होते भगवान
लालू प्रसाद ने कहा कि इस इलाके के लोगों में ईश्वर के प्रति बहुत आस्था है। ईश्वर ने मनुष्य को सर्वश्रेष्ठ बनाया है। दूसरे की बेटी-बहन को अपनी बेटी-बहन समझें। जो मिले उसे सबके साथ मिल-बांटकर खाएं। माता सीता व श्रीराम की महिमा से कौन इन्कार कर सकता है। परम पूज्य ब्रह्मïलीन तपस्वी बाबा नारायणदास ने अन्न-जल सब त्याग दिया। वे इसी जगह पर एक कुटी बनाकर रहते थे। अपनी तपस्या से विश्व शांति व सर्व धर्म समभाव की कामना की। यहां से संकल्प लेकर जाएं कि शाम को सीताराम नाम का जप करेंगे। लोगों को सलाह दी कि भोजन के पहले पानी में तुलसी दल डालकर पानी पीएं।

धर्म के नाम पर लोगों को बांटा जा रहा
लालू ने कहा कि धर्म के नाम पर लोगों को बांटा जा रहा है। धर्म से विमुख किया जा रहा है। माता सीता, राधा और कृष्ण पर लांछन लगाया गया था। रैदास व कबीर पर भी लांछन लगा था। सभी धर्म व मनुष्य एक समान हैं। मंदिर व मस्जिद पर ढेला फेंकने का काम दुष्ट करते हैं। भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि हमने यहां रथ रोकने का काम किया था। वह कोई धार्मिक रथ नहीं था। यूपी चुनाव में फिर धर्म याद आ गया है। कह रहे हैं कि मंदिर वहीं बनाएंगे जहां सुप्रीम कोर्ट ने रोक दी है।

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मोदी व ट्रंप पर साधा निशाना
लालू ने पीएम मोदी व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पर जमकर निशाना साधा। अमेरिका में ट्रंप राष्ट्रपति बने हैं। उन्होंने पहले ही घोषणा की थी कि जीतने के बाद मुसलमानों को भगाएंगे। इंडिया में भी एक ट्रंप हैं। उनके जुड़वा भाई हैं। ट्रंप ने कोर्ट को भी पटकने की बात कह दी। बिहार में हम लोगों ने महागठबंधन की सरकार बनाई और बवाल करने वालों को खदेड़ दिया। आप लोगों की जागरूकता व कृपा से सरकार बनी है। सबसे ज्यादा सीटें हमारे पास हैं। उसके बाद नीतीश और कांग्रेस के पास हैं।

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नीतीश को दिया विकास का संदेश
लालू ने कहा कि मैंने सरकार बनने के बाद नीतीश कुमार से कहा था कि कब तक गरीब लोग कुआं और चापाकल का पानी पीएंगे। सबको नल से पानी मिलना चाहिए। आने वाले दिनों में सबको बिजली व शिक्षा मिलेगी। आप बीमार पड़ें तो निजी अस्पतालों में न जाएं। पीएमसीएच जाएं। हम दिल्ली के एम्स से बेहतर अपने अस्पताल को बना रहे हैं। नर्सिंग होम तो बेकार हैं। कुछ जानते नहीं। बिल बना देते हैं। बिल देने के लिए खेत बेचना पड़ेगा। पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब तो खेत भी नहीं बिकेगा। नोटबंदी की वजह से रजिस्ट्री नहीं हो रही है। एटीएम और पेटीएम से पैसा निकालने को कहते हैं। घर की मां-बहन बेटी की शादी में खोईंछा देने के लिए पैसे छिपाकर रखती थीं। नोटबंदी की वजह से वह पैसा बेकार हो गया। टमाटर और गोभी सस्ते हो गए। किसान को सही दाम नहीं मिल रहा है। सड़ रहा है। स्विस बैंक से पैसे लाने के लिए कहा था। नवयुवकों को 15 लाख देने की बात कहकर वोट देने के लिए बहलाया। लालू ने कहा कि यूपी चुनाव के बाद वे बड़ा आंदोलन करेंगे।


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