देश बचाओ-भाजपा भगाओ रैली को पारिवारिक शो से अलग बनाने की कोशिश में दिखे लालू
राजद की 'भाजपा भगाओ रैली' में आज लालू प्रसाद ने अपनी ताकत दिखाई। पटना के गांधी मैदान में राजद समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा। उधर, भाजपा व जदयू ने रैली की आलोचना की है।
पटना [जागरण टीम]। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रविवार को हुई राजद की रैली को पारिवारिक शो से थोड़ा अलग बनाने की कोशिश में दिखे लालू प्रसाद ने 22 विपक्षी दलों के नेताओं को बटोरकर देश में नए महागठबंधन का सपना बुना। बिहार में महागठबंधन के बिखरने और सत्ता से बेदखल होने के बाद राजद ने भाजपा विरोधी दलों को राष्ट्रीय स्तर पर एक मंच पर लाने की फिर पहल की। देश बचाओ-भाजपा भगाओ रैली में भाजपा के सफाए का संकल्प लिया गया।
लालू को बगावती शरद का मिला खुला साथ
रैली में जदयू के बागी नेता शरद यादव भी पहुंचे। उन्होंने जदयू के खिलाफ अपने बगावती तेवर का सार्वजनिक प्रदर्शन करते हुए साफ कहा कि लालू के साथ उनका महागठबंधन जारी रहेगा। केंद्र सरकार के सवा तीन साल के कार्यों एवं बिहार में नीतीश कुमार की नई दोस्ती की सभी नेताओं के साथ शरद ने भी जमकर खबर ली।
सभी नेताओं द्वारा बागी गुट को ही असली जदयू बताए जाने से उत्साहित शरद यादव ने राष्ट्रीय स्तर पर नया महागठबंधन बनाने का संकल्प लिया और कहा कि बिहार के 11 करोड़ लोगों का विश्वास टूटा है, किंतु वह वादा करते हैं कि 125 करोड़ लोगों का नया गठबंधन बनाएंगे और पूरे पांच साल चलाएंगे।
नीतीश पर पुराने अंदाज में बरसे लालू प्रसाद
परिवार की लोकप्रियता परखने वाली एवं तेजस्वी यादव के पहले सियासी शो के रूप में प्रचारित की जा रही रैली में जुटी भीड़ को बार-बार अनुशासन में रहने का पाठ पढ़ाते हुए लालू अभिभावक की भूमिका में नजर आए। समर्थकों की बाढ़ के बीच राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने रैली के जरिए खुद को जननेता बताने-जताने-दिखाने की भरपूर कोशिश की।
लालू अपने पूरे भाषण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही मुख्य रूप से निशाने पर रखा। उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के अलावा भाजपा के अन्य नेताओं का नाम तक नहीं लिया। लालू ने नीतीश की पलटी की हद तय करते हुए कहा कि पब्लिक उन्हें अब फिर पलटने का मौका नहीं देगी। यह आखिरी पलटी होगी। राजद प्रमुख ने महागठबंधन सरकार के शराबबंदी के फैसले पर भी तंज कसा और कहा कि पासी समुदाय के 40 हजार लोग जेल में हैं।
लालू ने लड़ाई को पूरे देश में ले जाने की बात कही और सबका सहयोग मांगा। सिपाही भर्ती में इंटर पास की अनिवार्यता की आलोचना करते हुए लालू ने कहा कि जब उनकी सरकार आएगी तो वह फिर से सातवीं पास को भी सिपाही बनने का मौका देंगे।
तेजस्वी ने पुराने आरोपों को ही दोहराया
रैली में जुटे युवाओं से तेजस्वी ने दिल की बात करने की कोशिश की लेकिन आज भी वे पुराने आरोप दोहराते रहे। तेजस्वी ने नीतीश कुमार को दगाबाज बताया और कहा कि वह पहले की तरह मेरे चाचा तो रहेंगे लेकिन अच्छे चाचा नहीं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र के नोटबंदी के फैसले को नसबंदी तक ले गईं और कहा कि जब इंदिरा गांधी की सरकार जा सकती है तो नोटबंदी में भाजपा की सरकार क्यों नहीं? ममता ने महागठबंधन के जनादेश पर लालू का अधिकार बताया और नीतीश पर मौज करने का इल्जाम लगाया। कहा कि जनता इसका हिसाब जरूर लेगी।
रैली में कांग्र्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के रिकॉर्डेड संदेश को सुनाया गया। राहुल गांधी के संदेश को कांग्र्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने सुनाया। कार्यक्रम को राबड़ी देवी, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, झाविमो के बाबूलाल मरांडी, झामुमो के हेमंत सोरेन एवं तेज प्रताप ने भी संबोधित किया।
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सुशील मोदी बाले, लालू को बाढ़ पीडि़तों की नहीं, रैली की चिंता
रैली को लेकर राजद की तैयारियां जो भी हाें, राजग उसके खिलाफ है। भाजपा नेता व बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने राजद अध्यक्ष लालू यादव पर तंज कसा है कि एक ओर बिहार बाढ़ से जूझ रहा है तो दूसरी ओर लालू प्रसाद रैली कर रहे हैं। उन्हें पीड़ितों का दर्द की चिंता नहीं, वे रैली को लेकर परेशान हैं।
जदयू बोला, घोटालेबाजों की रैली
रैली को लेकर जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि यह घोटालेबाजों की रैली है। उन्होंने तंज कसा कि लालू यादव को रैली में पहुंचे गरीबों के बीच बासगीत पर्चा बांटना चाहिए।
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