26 मई को सोनिया से मिलेंगे लालू, विपक्षी एकता पर होगी चर्चा
राजद अध्यक्ष लालू यादव 26 मई को दिल्ली जाकर सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। वहां अन्य दल के नेताओं के भी आने की संभावना है। इस बैठक में विपक्षी एकता पर बात होगी।
पटना [जेएनएन]। राजद अध्यक्ष लालू यादव 26 मई को दिल्ली जाएंगे, जहां वो कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे और विपक्षी एकता पर चर्चा करेंगे। इस बैठक में विपक्षी एकता को लेकर कई अन्य दलों के नेताओं के भी आने की संभावना है। लालू और सोनिया के मुलाकात को खास बताया जा रहा है।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि सोनिया जी से बात हुई है और हम सब मिलकर बीजेपी के खिलाफ बड़ी गोलबंदी करेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि उनसे देश की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर बातचीत होगी। लालू प्रसाद ने कहा कि सेक्यूलर और सामाजिक न्याय की ताकतें बंटी हुई है, जहां-जहां हमलोग एक साथ लड़ रहे हैं वहां जीत रहे हैं लेकिन अलग हैं वहां हमारी हार हो रही है।
कांग्रेस ऑल इंडिया पार्टी है और देश को आजाद कराने में पार्टी का अहम योगदान हैं। आज की स्थिति में सभी सेक्यूलर पार्टियों को एक साथ आने की जरूरत है।
सोनिया ने बुधवार को आरजेडी चीफ लालू प्रसाद से फोन पर बात की। सूत्रों के मुताबिक दोनों के बीच राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर चर्चा हुई। वहीं, लालू यादव ने बीएसपी चीफ मायावती से भी बात की है और उन्हें 27 मई को पटना रैली में शामिल होने का न्योता दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष से मंगलवार को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी मुलाकात की थी। इसे भी राष्ट्रपति चुनाव की मोर्चेबंदी के तौर पर देखा जा रहा था, हालांकि ममता ने इसका खंडन किया। हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा है कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का निर्णय करने के लिए अगले 10 दिनों में फिर से मुलाकात होगी।
यूपी विधानसभा चुनाव में धमाकेदार जीत से राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में अपनी संख्या बढ़ा चुकी बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकजुट होने लगे हैं। इस सिलसिले में जेडी(यू) के वरिष्ठ नेता के.सी.त्यागी ने सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी।
सोनिया जेडी(यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार, एनसीपी अध्यक्ष शरद यादव से भी मुलाकात कर चुकी हैं जबकि राहुल गांधी सीपीआई के सीताराम येचुरी और एसपी नेता अखिलेश यादव से इस सिलसिले में मिल चुके हैं। ओडिशा सीएम नवीन पटनायक से कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के नेता नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और सीताराम येचुरी संपर्क कर चुके हैं।
विपक्ष की तरफ जहां उम्मीदवार को लेकर अभी कोई सर्वसम्मति नहीं बन पाई है, वहीं बिहार के सीएम और जेडी(यू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने यह संकेत दिए हैं कि अगर केंद्र सरकार मौजूदा राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को दूसरा कार्यकाल देने के प्रस्ताव के साथ सामने आती है तो विपक्ष उनके नाम पर समर्थन देने के लिए विचार कर सकता है।