Result Scam : सरेंडर के पहले गोरखपुर में छिपा था घोटाला सरगना बच्चा राय
बिहार बोर्ड का रिजल्ट घोटाला सरगना बच्चा राय सरेंडर के पहले गोरखपुर में छिपा था। पुलिस ईडी के माध्यम से उसकी संपत्ति जब्त कराने की तैयारी में हे।
पटना [जेएनएन]। बिहार बोर्ड के रिजल्ट घोटाले का सूत्रधार व वैशाली के विशुन राय कॉलेज का प्रिंसिपल बच्चा राय पिछले दिनों पुहलस हिरासत से भागकर गोरखपुर में छिपा था। हालांकि, गिरफ्तारी के बाद उसने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह वहां काम से गया था। खास बात यह भी है कि पुलिस अब ईडी के माध्यम से उसकी संपत्ति जब्त कराने की प्रक्रिया आरंभ करने वाली है।
बच्चा राय ने शनिवार अपराह्न पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। इसके बाद उससे पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। उसने बताया कि वह भागा नहीं था, कुछ काम से बाहर था। बताया कि वह किसी कार्य से दिल्ली चला गया था। वहां बेटे का फोन आया कि वह स्कूल में गिर गया है। तब वह बेटे से मिलने भुवनेश्वर चला गया था।
उधर, पुलिस सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को प्रिंसिपल का एक नंबर पुलिस के हाथ लगा था। टोह में जुटी पुलिस ने इसे सर्विलांस पर लिया तो जानकारी मिली कि वह गोरखपुर में है।
एसआइटी का दावा, गोरखपुर से पीछा
एसआइटी का दावा है कि गोरखपुर से ही बच्चा का पीछा किया जा रहा था। वह सफाई देने हाजीपुर आ रहा था, इसलिए उसे रास्ते में नहीं पकड़ा गया। पुलिस की मानें तो आशंका यह भी थी कि बच्चा को उसके ठिकाने पर दबोचा जाता तो विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती थी और वह फिर भाग सकता था।
कुर्की के डर से किया सरेंडर
दूसरी ओर कुछ अधिकारियों का मानना है कि उसके लोग उसे पल-पल की जानकारी दे रहे थे। उसे लगा कि अगर वह समय रहते नहीं आया तो पुलिस उसकी संपत्ति कुर्क करने में देरी नहीं करेगी। यही कारण था कि उसने अपने आने की सूचना लोगों को खुद दे दी।
जब्त की जा सकती संपत्ति
एसएसपी का कहना है कि बच्चा की काली कमाई से अर्जित संपत्ति को जब्त करने के लिए आर्थिक अपराध इकाई से संपर्क किया जाएगा।
एक और आपराधिक कांड में था फरार
बच्चा राय पर हाजीपुर के नगर थाने में इंटर की परीक्षा के दौरान चार मार्च को आपराधिक कांड दर्ज हुआ था। जीए इंटर कॉलेज में परीक्षा दे रहे विशुन राय कॉलेज के छात्रों ने जमकर बवाल काटा था। सूचना पर वैशाली जिलाधिकारी रचना पाटिल भी मौके पर पहुंची थीं। इसके बाद छात्रों के बयान पर अमित कुमार उर्फ बच्चा राय के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
आरोप था कि बच्चा ने अपने कॉलेज के छात्रों से इंटर की परीक्षा में नकल कराने के लिए 70 हजार रुपये लिए थे, लेकिन परीक्षा केंद्र पर नकल करने से रोका जा रहा था। बच्चा राय रुपये लौटाने से मना कर रहा था, जिसके कारण छात्र उग्र हो गए थे। बच्चा पर सरकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट का भी आरोप था। उस कांड में भी वह फरार चल रहा था।
अलमारी से मिले दस लाख नकद
विशुन राय कॉलेज स्थित बच्चा राय के कार्यालय कक्ष में रखी एक अलमारी से दस लाख रुपये नकद मिले। इसके अलावा वहां से 2015 के इंटर परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं भी मिलीं। पुलिस ने नकदी, कॉपियां सहित अन्य दस्तावेज जब्त कर लिए हैं। जब्त दस्तावेजों में कई सादे पन्नों पर विभिन्न पाठ्यक्रमों के सवालों के जवाब लिखे हैं। जीव विज्ञान की एक कॉपी को नमूने के तौर पर एफएसएल में भेजा जा रहा है।
पुलिस उन कॉपियों के सीरियल नंबर से छात्रों के नाम और पतों की जानकारी हासिल कर रही है। पूछताछ में बच्चा ने यह भी बताया कि कार्यालय कक्ष की दूसरी अलमारी में 22 लाख रुपये नकद रखे हुए हैं। इस राशि की बरामदगी नहीं हुई है।