ओएमएस मशीन जांच कर रही पटरियों की स्थिति
मुंगेर। रेलवे ट्रैक की हालत कैसी है, कहां जर्जर है, कहां जर्क है इन सभी का पता लगाने
मुंगेर। रेलवे ट्रैक की हालत कैसी है, कहां जर्जर है, कहां जर्क है इन सभी का पता लगाने के लिए भारत सरकार रेल मंत्रलाय अनुसंधान अभिकल्प और मानक संगठन लखनऊ एवं मालदा मंडल अब ओएमएस मशीन (अल्ट्रासोनिक ब्रोकेन रेल डिटिकेशन सिस्टम) से रेल पटरियों की जांच कर रही है। इस मशीन की विशेषता यह है कि यह ऑन द स्पॉट रिकार्ड दर्ज कर अपना रिपोर्ट देती है। बुधवार को विशेष निरीक्षण कोच में ओएमएस मशीन को लगा कर रेल ट्रैक की जांच की गई। रेलवे अभियंता विभाग की टीम ने जमालपुर से उरैन तक रेल पटरियों की जांच की।
बुधवार को किउल से लेकर भागलपुर तक डाउन मार्ग में ओएमएस मशीन से पटरियों की जांच की। जांच के बाद यह रिपोर्ट संबंधित बड़े स्टेशनों पर दी जाएगी।
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पूरी डाटा करती है रिकार्ड
ओएमएस मशीन (अल्ट्रासोनिक ब्रोकेन रेल डिटिकेशन सिस्टम) पटरी पर पहियों के दौड़ने की गति सहित पूरी हलचल की जांच करते हुए सारे डाटा रिकार्ड करती है। इस मशीन से लिए डाटा रिकार्ड की इंजीनियर विश्लेषण करेंगे। उसी के अनुरूप लाइन में जरूरी सुधार किए जाएंगे। रेलवे विभाग द्वारा मालदा से किऊल तक ट्रैकों पर ट्रेनों को स्पीड में चलने में किस तरह क्या-क्या दिक्कतें होती हैं,कहां पटरियों में जर्क है। इन सारी बातों की जानकारी मिल जाती है। सुरक्षित और सुगम परिचालन के लिए विभाग पटरियों की जांच करवा रही है।