सुरक्षा पहलू से अवगत हुए रेल अधिकारी
मुंगेर। भारतीय रेल में लगातार हो रही दुर्घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगाने की कवायद
मुंगेर। भारतीय रेल में लगातार हो रही दुर्घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगाने की कवायद शुरू कर दी गई है। दुर्घटना रहित रेल परिचालन को लेकर सोमवार को ईरमी संस्थान के सभाकक्ष में ट्रेनों की सुरक्षा व संरक्षा पर तीन दिवसीय सेमिनार प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन आरडीएसओ लखनऊ के डायरेक्टर मोहम्मद साकिन ने किया। सेमिनार के पहले दिन देशभर से करीब एक दर्जन मुख्य संरक्षा आयुक्त सीआरएस और अधिकारियों को सेफटी का पाठ पठाया गया। उन्होंने कहा कि विदेशो में ट्रेनों की रफ्तार भारतीय रेल से तीन गुणा अधिक है। इसके बाद भी वहां दुर्घटनाएं नहीं होती है। विदेशों में दुर्घटना नहीं होने की मुख्य वजह कैरेज एवं बैगन की नियमित जांच, रखरखाव और रेल ट्रैकों का दुरुस्त होना है। भारत में अक्सर पटरियों से बोगियों के उतरने और ट्रेन दुर्घटना होने की खबर सामने आती रहती है। आरडीएसओ ने कहा कि जबतक सभी खामियों को दूर नहीं किया जाता है, तब तक दुर्घटना रहित रेल परिचालन का सपना साकार नहीं हो सकेगा। सेमिनार में ईरमी के निर्देशन गजानंन माल्लया, सीआरएस सुदर्शन नायक, पश्चिम क्षेत्र के सीआरएस सुनील चंद्रा, उत्तर पूर्व रेलवे के सीआरएस, ईस्टन रेलवे के सीआरएस पीके आचार्य, दक्षिण पूर्व रेलवे के सीआरएस सहित कई अन्य अधिकारी शामिल हुए।