मुंगेर का रेल पुल मालगाड़ी पुल बन कर रह गया: केशरी
मुंगेर। जनाधिकारी मोर्चा ने रेल सह सड़क पुल के शिलान्यास के 15 वर्ष पूरा होने के मौके पर 26 दिसंबर मंगलवार को मालगाड़ियों का परिचालन ठप करेगा।
मुंगेर। जनाधिकारी मोर्चा ने रेल सह सड़क पुल के शिलान्यास के 15 वर्ष पूरा होने के मौके पर 26 दिसंबर मंगलवार को मालगाड़ियों का परिचालन ठप करेगा। यह निर्णय सोमवार को मोर्चा के कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया। मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष संजय केशरी ने कहा कि मुंगेर-खगड़िया तथा बेगूसराय के लोगो के वर्षो संघर्ष के बाद 26 दिसंबर 2002 को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के द्वारा गंगा नदी पर रेल सह सड़क पुल का शिलान्यास किया गया। 15 वर्षो के बाद रेल पुल चालू हुआ, तो यह सिर्फ मालगाड़ी का पुल बन कर रह गया है। इस होकर नई ट्रेन नहीं चलाई जा रही है। इस कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, सड़क पुल को नेशनल हाइवे से जोड़ना अभी भी मुंगेरी लाल के हसीन सपने जैसा लग रहा है। संजय ने कहा कि गंगा नदी पर बने रेल पुल होकर महत्वपूर्ण ट्रेनों का परिचालन, मुंगेर में रैक प्वाइंट की स्थापना, सफियाबाद स्टेशन पर सभी ट्रेनों का ठहराव घोषित करने जैसी मांग रेल प्रशासन अविलंब पूरी करें। कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से 21 नवंबर 2017 को खगड़िया स्टेशन परिसर में बैठक करने, 26 नवंबर को सबदलपुर स्टेशन परिसर में महाधरना, 26 दिसंबर मंगलवार को पुल शिलान्यास के 15 वीं वर्षगाठ को काला दिवस के रूप में मनाते हुए मुंगेर स्टेशन से गुजरने वाले मालगाड़ी का परिचालन ठप करने का निर्णय लिया गया। मौके पर नरेश कुमार गुप्ता, शीला ¨सहा, सुबोध तांती, अजय प्रसाद ¨सह, शालिग्राम केशरी, सुरेंद्र मंडल, सुचीत चद्रवंशी, मु.सरफराज, मु. हसन, कौशल किशोर ¨सह, लक्ष्मी देवी, इंदू देवी, बेबी देवी आदि उपस्थित थे।