बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित हैं मोहनियां का वार्ड नंबर दो
कैमूर। नगर का संबंध सीधा सुव्यवस्था से जोड़ा जाता है। नगरों में अपेक्षाकृत नागरिक सुविधाओं
कैमूर। नगर का संबंध सीधा सुव्यवस्था से जोड़ा जाता है। नगरों में अपेक्षाकृत नागरिक सुविधाओं के बेहतरी की उम्मीद की जाती है। परंतु आजादी के 70 साल होने को हैं, लेकिल जिले के नगर अभी भी आधारभूत सुविधाओं से वंचित हैं। जागरण ने इन्हीं सुविधाओं की पड़ताल के लिए जागरण आपके द्वार कार्यक्रम शुरू किया। पहले भभुआ नगर परिषद के 25 वार्डों की पड़ताल की गई। अब मोहिनयां नगर पंचायत की बारी है। रविवार को जागरण टीम इस क्रम में नगर पंचायत के वार्ड नंबर दो में पहुंची।
मोहनियां नगर पंचायत वार्ड दो सुविधाओं के नाम पर अब भी फिसड्डी साबित हो रहा है। लोगों को यहां बुनियादी सुविधाएं भी मयस्सर नहीं है। सड़कें व नालियां कई जगह खराब हो चुकी है। वहीं इस वार्ड में साफ-सफाई का हाल काफी खराब है। पूरे वार्ड क्षेत्र में गंदगी देखने को मिली। सफाई की बात हो, सड़क या फिर अन्य तरह की सुविधाओं की बात हो। यहां मूलभूत सुविधा अब भी नहीं है।
स्वच्छता के नाम पर फिसड्डी वार्ड दो :-
वार्ड की नालियों एवं गलियों की नियमित सफाई नहीं होने के कारण सर्वत्र कचरा पसरा रहता है। लोगों ने बताया कि सफाईकर्मी कभी-कभार आते हैं। वार्ड में निजी खाली पड़ी जमीन में कूड़ा फेंक दिए जाने के कारण उठ रही बदबू से आस-पास के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।
चापाकल खराब होने से महिलाओं की बढ़ी परेशानी -
इस वार्ड में सबसे बड़ी समस्या पेयजल को लेकर है। वार्ड के अधिकतर लोग झुग्गी झोपड़ी में निवास करते हैं। वार्ड में लगे पांच चापाकल में से तीन कई महीने से खराब होकर बंद पड़े हैं, जिससे इस मुहल्ले में रहने वाले महिला व पुरुष को पेयजल के लिए काफी परेशानी झेलनी पड़ती है।
जुआरियों का लगा रहता है जमावड़ा :-
वार्ड के आंगनबाड़ी केन्द्र के समीप तास के पत्तों के साथ हमेशा जुआरियों का तांता लगा रहता है। जिस जगह पर जुआ खेला जाता है उसके ठीक बगल रास्ते से हमेशा लोगों का आना-जाना लगा रहता है। बावजूद इसके यहां जुआ खेलने का सिलसिला बदस्तूर जारी रहता है।
सड़क पर रहता है अतिक्रमणकारियों का कब्जा :-
इस वार्ड के लगभग प्रत्येक सड़कों पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। सड़क पर ही लोग पालतू जानवर बांधते हैं, जिससे सड़क संकीर्ण हो जाती है। कुछ सड़कों का हाल यह है कि इस रास्ते बाइक से गुजरना तो दूर पैदल चलना भी काफी मुश्किल है।
क्या कहते हैं वार्ड के लोग :-
बारमती कुंअर:- बारमती कुंअर कहती है कि हमलोगों को पेयजल की बहुत बड़ी समस्या है। हमारे घर के पास लगे सरकारी चापाकल कई महीनों से खराब है। इसकी शिकायत भी वार्ड पार्षद से की गई। मगर अब तक इस पर कोई पहल नहीं की गई है।
चंद्र प्रकाश कुमार :- चंद्र प्रकाश कुमार कहते हैं कि वार्ड में सड़कों पर पानी लग जाता है। सड़कों व गलियों में जल जमाव होने से लोगों को काफी परेशानी होती है। साफ-सफाई पर नगर पंचायत ध्यान नहीं देता। इससे वार्ड में गंदगियों का अंबार लगा रहता है।
पियरिया देवी - पियरिया देवी कहती है कि पीने के पानी की काफी समस्या है। वहीं लोगों द्वारा यत्र-तत्र कूड़ा फेंक दिया जाता है, जिसके कारण घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है।
सत्य नारायण राम :- सत्य नारायण राम कहते हैं कि आंगनबाड़ी केन्द्र के पास जुआड़ियों का जमावड़ा लगा रहता है। जुआड़ियों के जमावड़ा लगने से उस रास्ते महिलाओं को गुजरने में फजीहत झेलनी पड़ती है। पुलिस को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।
सुमित्रा देवी : सुमित्रा देवी कहती हैं कि सभी गलियों का पक्कीकरण होना चाहिए। गलियां आज भी कच्ची है। गलियों की सफाई भी नियमित होनी चाहिए। वार्ड में कूड़ा उठाने वाले दिखाई नहीं देते। जिस कारण गंदगी हर जगह देखने को मिलती है।
क्या कहते हैं वार्ड पार्षद :-
वार्ड पार्षद अनिल राम कहते हैं कि वार्ड दो में कोई समस्या नहीं है। लोगों को बुनियादी सुविधाओं के लिए मैं हमेशा प्रयत्नशील रहता हूं। चापाकल खराब होने की सूचना मिली है। जल्द ही चापाकल को ठीक करा दिया जाएगा। वार्ड की बेहतरी के लिए नगर पंचायत गंभीर है।