बरौली के उप स्वास्थ्य केंद्रों को भवन का इंतजार
गोपालगंज। पंचायत स्तर पर लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए खोले गए स्वास्थ्य उप केंद्र बदहाल है।
गोपालगंज। पंचायत स्तर पर लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए खोले गए स्वास्थ्य उप केंद्र खुद बीमार पड़े हैं। इन स्वास्थ्य उप केंद्रों पर नर्स की तैनाती तो की गई। लेकिन संसाधन के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है। ऐसे में यहां आने वाले मरीज बिना इलाज कराए ही लौटने को मजबूर हैं। स्वास्थ्य उप केंद्रों की विभागीय स्तर पर उपेक्षा का आलम यह है कि प्रखंड में पंचायत स्तर पर खोले गए 18 स्वास्थ्य उप केंद्र में सिर्फ पांच के पास ही अपना भवन है। जबकि 11 स्वास्थ्य उप केंद्र निजी मकान में तथा दो केंद्र पंचायत के सामुदायिक भवन में चल रहे हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो निजी भवन में चल रहे अधिकांश स्वास्थ्य उप केंद्र बंद ही रहते हैं। जो स्वास्थ्य उप केंद्र खुले भी मिलते हैं, वहां भी संसाधन के नाम पर कुछ भी नहीं है।
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प्रखंड में खोले गए हैं 18 स्वास्थ्य उप केंद्र
बरौली (गोपालगंज) : प्रखंड में कुल 18 स्वास्थ्य उप केंद्र खोले गए है। जिसमें हसनपुरा, सदौवां, देवापुर, रुपनछाप, बतरदेह, मिर्जापुर, हलुआर, पिपरा, बघेजी, महम्मदपुर, माड़नपुर, कमालपुर, कल्याणपुर, मोगल बिरैचा, माधोपुर, लड़ौली, सरेया नरेन्द्र गांव में स्थित केन्द्र शामिल हैं। इनमें से केवल पांच केंद्रों को ही अपना भवन नसीब हो सका है। शेष उप स्वास्थ्य केंद्र लंबे समय से अपने भवन के इंतजार में हैं। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी यह बता पाने में खुद को असमर्थ पाते हैं कि शेष 13 केंद्रों को कब तक अपना भवन नसीब होगा।