बड़ा खुलासा: सावधान! बिहार में नक्सलियों के निशाने पर हैं रेलवे की ये छह रूट
बिहार में रेलवे के छह रूटों को अतिसंवेदनशील बताते हुए अलर्ट जारी किया गया है। आशंका जताई जा रही है कि इन रूटों को नक्सली अपना निशाना बना सकते हैं।
भागलपुर [बलराम मिश्र]। नक्सली संगठन आठ से 15 नवंबर तक खूनी क्रांति दिवस मना रहे हैं, जबकि 16 से 20 तक दमन विरोधी सप्ताह मनाने वाले हैं। इस दौरान वे रेलवे की छह रूटों को निशाना बना सकते हैं। वे रेलवे स्कॉट पार्टी पर हमला कर हथियार भी लूट सकते हैं।
पुलिस अधीक्षक (अभियान) ने रेलवे की छह रूटों को अतिसंवेदनशील बताते हुए अलर्ट जारी किया है। उन्होंने आशंका जताई है कि नक्सली इन रूटों में रेल कर्मचारियों, स्कॉट दल व संसाधनों पर हमला कर सकते हैं। लिहाजा जोनल आइजी ने भी अलर्ट जारी करते हुए जरूरी निर्देश दिए हैं। ताकि किसी भी तरह के नुकसान को रोका जा सके। इस दौरान विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश भी दिया गया है।
इन रूटों को ले किया गया है अलर्ट
मुख्यालय से बताया गया है कि उग्रवादी अपनी उपस्थिति का एहसास कराने के लिए किऊल-जमालपुर रेल खंड, जमालपुर-पीरपैंती रेल खंड, भागलपुर-बांका रेल खंड, किऊल-जसीडीह रेल खंड, कटिहार-बरौनी रेल खंड एवं बरौनी-समस्तीपुर रेल खंड में हिंसक घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं।
उपरोक्त रेल खंडों में पडऩे वाले सभी स्टेशनों, हॉल्टों, सिग्नल, रेलवे लाइन, पुल-पुलिया एवं किऊल-जमालपुर रेल खंड में पडऩे वाले बरियापुर स्टेशन से घनौरी स्टेशन तक को संवेदनशील बताया गया है।
किऊल-जसीडीह अत्यधिक संवेदनशील
किऊल-जसीडीह रेल खंड में पडऩे वाले स्टेशन नारगंजो, झाझा अत्यधिक संवेदनशील हैं। पहले भी इस रूट पर कई घटनाओं को नक्सलियों ने अंजाम दिया है। इसे लेकर रेल पुलिस को भी विशेष रूप से सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।