ऐसे पता लगाएं जब कोई कर रहा हो आपकी कार को कंट्रोल
इन दिनों टेक्नोलॉजी का लेवल इतना बढ़ गया है हर कोई इसका इस्तेमाल जरूरत से ज्यादा करने लग गया है। मोबाइल फोन से लेकर बड़ी-बड़ी कारों में ऐसी टेक्नोलॉजी आई हैं जिसका
नई दिल्ली (जेएनएन)। इन दिनों टेक्नोलॉजी का लेवल इतना बढ़ गया है हर कोई इसका इस्तेमाल जरूरत से ज्यादा करने लग गया है। मोबाइल फोन से लेकर बड़ी-बड़ी कारों में ऐसी टेक्नोलॉजी आई हैं जिसका इस्तेमाल करते वक्त आपको खुशी तो होती है, मगर कहीं वही टेक्नोलॉजी आपके लिए खतरा ना बन जाए। ऐसा इसलिए कि आप अपने स्मार्टफोन से अपनी कार को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं, लेकिन यह जितना आसान है उतना ही खतरनाक भी है। तो आइए हम आपको बताते हैं इससे जुड़े खतरे और उससे बचने के उपाय।
क्या है खतरा?
साइबर सोल्यूशन कंपनी कैस्परस्काई के रिसर्च में पाया गया है कि फोन को कार से कनेक्ट करने के लिए जिन सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है उनमें कई ऐसी खामियां है जिनमें साइबर क्रिमिनल्स हमारी गोपनीय जानकारियां (जैसे कि बैंक अकाउंट डीटेल्स आदि) आसानी से हासिल कर सकते हैं। इसके साथ ही इनके इस्तेमाल से कार चोरी होने या फिर उसके मल्टीमीडिया सिस्टम के हैक होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है।
कैसे बचा जाए इससे?
रिसर्चर्स के मुताबिक आप इस परेशानी से बचने के लिए अपने ऐंड्रॉयड डिवाइस को रूट न करें। ऐसा करने पर मालवेयर ऐप्स आसानी से आपके कार सिस्टम को करप्ट कर सकता है। आप ऑफिशियल ऐप स्टोर्स के अलावा किसी भी आए हुए लिंक से कोई ऐप डाउलोड न करें। अपने डिवाइस के ऑपरेटिंग सिस्टम को टाइम टू टाइम अपडेट करते रहें। ऐसा करने से आपके सॉफ्टवेयर करप्ट होने का खतरा आसानी से टल जाएगा। इसके साथ ही कोई सिक्योरिटी सोल्यूशन को अपने डिवाइस में इंस्टॉल करके रखें, ताकि आपके फोन और कार का सिस्टम साइबर अटैक से पूरी तरह सुरक्षित रहे।